नासा का रोमन मिशन: ब्रह्मांड की अनसुलझी पहेलियों की कुंजी
![]() |
| Nancy Grace Roman Space Telescope अंतरिक्ष की गहराइयों में स्थित है, जो 2027 में डार्क एनर्जी, डार्क मैटर और एक्सोप्लैनेट्स की खोज के लिए NASA द्वारा लॉन्च की जाएगी। |
✨ Nancy Grace Roman कौन थीं?
Nancy Grace Roman को "मदर ऑफ हबल" कहा जाता है। वह NASA की पहली मुख्य महिला
खगोलशास्त्री थीं और स्पेस टेलीस्कोप्स के शुरुआती विकास में उनकी अहम भूमिका थी।
उन्होंने हबल स्पेस टेलीस्कोप की नींव रखी और इसलिए नासा ने अपनी अगली पीढ़ी की
अंतरिक्ष दूरबीन को उनके नाम पर समर्पित किया है।
🚀 Roman Telescope की लॉन्च जानकारी:
- लॉन्च वर्ष: 2027 (अनुमानित)
- लॉन्च स्थल: Cape Canaveral Space Launch
Complex, Florida
- लॉन्च व्हीकल: SpaceX Falcon Heavy
- ऑर्बिट: Sun-Earth Lagrange Point 2
(L2), पृथ्वी से 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर
- मिशन अवधि: न्यूनतम 5 वर्ष (संभावित
विस्तार सहित 10 वर्ष तक)
🔬 Roman Telescope की प्रमुख तकनीकी विशेषताएँ:
|
फीचर |
विवरण |
|
मुख्य दर्पण (Primary Mirror) |
2.4 मीटर (हबल के समान) |
|
फील्ड ऑफ व्यू |
हबल से 100 गुना बड़ा |
|
मुख्य उपकरण |
Wide Field Instrument (WFI),
Coronagraph Instrument |
|
इमेजिंग क्षमता |
इंफ्रारेड (Near Infrared Range में
विस्तृत डेटा) |
|
डेटा संग्रह दर |
प्रति दिन लगभग 500 गीगाबाइट |
🌌 वैज्ञानिक उद्देश्य:
1. डार्क एनर्जी की खोज और ब्रह्मांड का विस्तार
ब्रह्मांड
फैल रहा है — यह हमें पता है, लेकिन कैसे और क्यों? Roman Telescope का Wide Field
Instrument सुपरनोवा, गैलेक्सी क्लस्टर्स और ग्रैविटेशनल लेंसिंग का उपयोग कर यह
पता लगाएगा कि ब्रह्मांड का विस्तार किस गति से हो रहा है और डार्क एनर्जी इसमें
क्या भूमिका निभा रही है।
2. डार्क मैटर का नक्शा बनाना
इस दूरबीन की
हाई-रेजोल्यूशन इमेजिंग क्षमता के जरिए वैज्ञानिक डार्क मैटर की भूमिका को समझ
पाएंगे। यह उस अदृश्य पदार्थ की खोज में मदद करेगा जो ब्रह्मांड के 85% द्रव्यमान
का निर्माण करता है।
3. Exoplanets (बाह्यग्रहों) की खोज
Coronagraph
और माइक्रोलेंसिंग तकनीकों से यह दूरबीन हजारों एक्सोप्लैनेट्स को खोजने में सक्षम
होगी। ये तकनीकें हमें पृथ्वी जैसे ग्रहों की खोज में सहायता देंगी, जो जीवन के
लिए उपयुक्त हो सकते हैं।
4. ब्रह्मांड का 3D मैप तैयार करना
Roman
Telescope पूरे ब्रह्मांड की एक त्रि-आयामी संरचना बनाएगा, जो वैज्ञानिकों को यह
समझने में मदद करेगा कि आकाशगंगाएँ और सुपरक्लस्टर्स कैसे विकसित हुए।
📍 Orbit: Lagrange Point 2 (L2) का
महत्व
Sun-Earth L2
वह बिंदु है जहाँ गुरुत्वाकर्षण बल और सौर विकिरण का संतुलन Roman Telescope को
स्थिर रखने में मदद करता है। यह स्थान टेलीस्कोप को लगातार अंधकार में रखता है
जिससे अवलोकन आसान होता है और तापमान स्थिर रहता है।
🌍 Wide Field Instrument (WFI): अद्भुत
कैमरा
- यह उपकरण विशाल क्षेत्र में
इन्फ्रारेड इमेजिंग करेगा।
- यह प्रति स्नैप में लाखों
आकाशगंगाओं की तस्वीर ले सकता है।
- इस उपकरण से ब्रह्मांड की
उच्च-रिज़ोल्यूशन और डिटेल्ड छवियां मिलेंगी।
🌌 Coronagraph Instrument: तारों के
पीछे छिपे ग्रह
- यह यंत्र तारों की चमक को रोककर
उनके आसपास के ग्रहों को देख सकेगा।
- इससे वैज्ञानिक सीधे
एक्सोप्लैनेट्स की तस्वीर ले पाएंगे।
- यह तकनीक भविष्य में पृथ्वी जैसे
जीवन वाले ग्रह खोजने में उपयोगी होगी।
💡 Roman Telescope क्यों खास है?
- यह हबल टेलीस्कोप की तुलना में 100 गुना ज्यादा क्षेत्र को कवर करेगा
- इंफ्रारेड सेंसर के जरिए यह गहरी और दूर स्थित आकाशगंगाओं को देख पाएगा
- Exoplanet खोज के लिए नया युग शुरू करेगा
🔹 Roman बनाम Hubble और James Webb:
|
विशेषता |
Hubble |
James Webb |
Roman |
|
लेंस आकार |
2.4 मीटर |
6.5 मीटर |
2.4 मीटर |
|
स्पेक्ट्रम |
UV, Visible, कुछ IR |
Mostly IR |
Near IR |
|
फील्ड ऑफ व्यू |
बहुत सीमित |
सीमित |
100x हबल से बड़ा |
|
मुख्य लक्ष्य |
सामान्य खगोल अध्ययन |
प्रारंभिक ब्रह्मांड |
डार्क एनर्जी, एक्सोप्लैनेट्स |
🔔 Roman Telescope क्यों है
क्रांतिकारी?
- यह ब्रह्मांड की हजारों तस्वीरें
प्रतिदिन भेजेगा
- पृथ्वी जैसे हजारों ग्रहों की
खोज संभव होगी
- डार्क मैटर और डार्क एनर्जी की
हमारी समझ पूरी तरह बदल जाएगी
- यह एक बार में पूरे स्काई का व्यापक
हिस्सा स्कैन कर सकता है
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
❓प्र.1:
Nancy Grace Roman Space Telescope कब
लॉन्च होगा?
नासा इस टेलीस्कोप को 2027 में लॉन्च करने की योजना बना रहा है। यह हबल और JWST के बाद अगली बड़ी अंतरिक्ष दूरबीन होगी।
❓प्र.2:
इसका मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य डार्क एनर्जी, डार्क मैटर और एक्सोप्लैनेट्स का अध्ययन करना है। यह ब्रह्मांड के विस्तार और जीवन की संभावनाओं को बेहतर समझने में मदद करेगा।
❓प्र.3:
यह हबल से कैसे अलग है?
इसका फील्ड ऑफ व्यू हबल से 100 गुना बड़ा है और यह इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रम में कार्य करता है। यह बड़े स्केल पर अधिक डेटा जल्दी एकत्र कर सकेगा।
❓प्र.4:
क्या यह जीवन की खोज करेगा?
यह सीधे जीवन की खोज नहीं करेगा, लेकिन उन ग्रहों की पहचान करेगा जो जीवन के लिए उपयुक्त हो सकते हैं, जैसे एक्सोप्लैनेट्स पर जल की संभावना।
❓प्र.5:
क्या यह JWST से बेहतर है?
दोनों के
लक्ष्य अलग हैं
— JWST प्रारंभिक ब्रह्मांड
और गैलेक्सी फॉर्मेशन
पर केंद्रित है,
जबकि Roman टेलीस्कोप डार्क
एनर्जी और एक्सोप्लैनेट्स पर ध्यान
देगा।
📍 निष्कर्ष:
Nancy Grace
Roman Space Telescope 21वीं सदी की सबसे महत्वाकांक्षी खगोलीय परियोजनाओं में से
एक है। यह हमें हमारे ब्रह्मांड की गहराइयों में ले जाएगा, जहाँ हम डार्क एनर्जी,
डार्क मैटर और जीवन के संकेतों की खोज करेंगे। यह न केवल वैज्ञानिकों के लिए बल्कि
मानवता के लिए भी एक नई शुरुआत है — ब्रह्मांड को समझने की दिशा में एक
क्रांतिकारी कदम।
अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आया हो तो इसे जरूर साझा करें और हमारे अन्य लेख भी पढ़ें।
📖 इन्हें भी पढ़ें:
.jpeg)
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें